श्री गणेशाय नम: (वास्तु अंकित 8789364798)
श्री गणेशाय नम:
श्री साईनाथाय नम:
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वास्तूशास्त्राविषयी
महत्वाचेकोणतीही वास्तु बांधतांना प्लॉट चौकोनी किंवा आयताकृती असावा.
नमस्कार दोस्तो आज हम देंखेंगे की जब मंगल खराब होता है तो उसका क्या प्रभाव जिंदगी में आता है:-
1. अगर आप जल्दी जल्दी बोलते हैं और सामने वाला समझ ही नहीं पाता कि आपने क्या बोला।
2.आपकी हड्डियां ज्यादातर दर्द करती रहती हैं।
3.आपका रक्तचाप(BP) अक्सर बढ़ा हुआ रहता है और गुस्सा भी अधिक आता है।
4. आपकी अपने छोटे भाई/ साला से कम बनती है।
5.आपको अक्सर लोहे से चोट लगती रहती है।
6.आपको लाल रंग अधिक पसंद है
7.आपको तीखा खाना अधिक पसंद है और मल-मूत्र मार्ग में जलन रहती है।
8.आपके कंधे और बाजू में बेवजह दर्द रहता है।
उपरोक्त में से कोई एक या अधिक लक्षण हमें पता चलता है कि हमारा मंगल खराब हो रहा है।
मंगल को भी कर्क राशि में नीच का माना गया है, लेकिन सबसे अधिक खराब प्रभाव मंगल तुला राशि में देता है।
अगर मंगल तुला राशि में है तो उपरोक्त लक्षणों की अधिकता देखी गई है।
मंगल को मकर में उच्च राशि का कहा गया है, अगर मंगल मकर का होकर 2,8,12में है तो आपको उपरोक्त स्तिथियों का सामान अक्सर करना पड़ता है।
इसके लिये मैं वास्तु अंकित 8789364798 एक साधारण सा उपाय आपके लिये लेकर आया हूँ :-
अगर मंगल तुला या कर्क में है और उपरोक्त लक्षणों में से कोई आपके साथ होता है तो आप
11 पीपल के पत्ते पर, चमेली और सिंदूर का लेप बनाकर रिंग फिंगर से श्री राम लिखकर -
1.बहते हुए जल में प्रवाहित कर दें( अगर मंगल कर्क का है तो).
२.पत्तों को हनुमान जी के चरणों में रखकर आ जाएं । ( यदि मंगल तुला का है तो ) .
हथेली का शुक्र पर्वत आपके चरित्र को दर्शाता है। शुक्र ग्रह मनुष्य को प्रेम, यश, सुख-समृद्धि और ऐश्वर्य देने वाला ग्रह है। जिस व्यक्ति का शुक्र पर्वत अच्छी स्थिति में नहीं होता है उनके जीवन में सुखों का अभाव रहता है। हथेली में हमारे जीवन को प्रभावित करने वाले सभी ग्रहों का विशेष स्थान होता है। जिससे हम उनके माध्यम से अपने जीवन में होने वाले परिवर्तनों को जान पाते है।
इसी प्रकार हथेली में अंगूठे के नीचे शुक्र पर्वत होता है। यह पर्वत कलाई को स्पर्श करता है। इस पर्वत से प्रेम और विवाह को जाना जाता है। यह पर्वत व्यक्ति के आकर्षण, सौंदर्य और कलात्मकता को बताता है। जिसकी हथेली का शुक्र पर्वत अधिक उभार लिए है या ज्यादा उठा हुआ है तो वह व्यक्ति प्रेम और वासना के प्रति अधिक आकर्षित होता है।
यह पर्वत अगर उभार लिए हुए हो तो उत्तम होता है। इससे व्यक्ति दयालु और भावुक होता है। शुक्र उच्च का होने पर जातक को सुन्दरता व आकर्षण प्रदान करता है। ऐसे व्यक्ति रंग का गोरा होता है। शुक्र के सकारात्मक प्रभावी होने पर व्यक्ति को सौभाग्य प्राप्ति होती है।
जिनका शुक्र अच्छी स्थिति में होता है अक्सर उनके दांत टेडे-मेडे होते है। परन्तु अगर यह ज्यादा उभार लिए हुए हो तो यह जातक को कामुक बनाता है।
यह पर्वत दबा या चपटा हुआ हो तो शारीरिक समस्या होती है। ऐसे लोगों का चरित्र कमजोर होता है। व्यक्ति का आकर्षण पक्ष बहुत ज्यादा गड़बड़ होता है। ऐसा व्यक्ति नकारात्मक जीवन जीता है। पूरे जीवन काल में कठिन परिश्रम करने के बाद भी ऐसे जातकों को सुख और ऐश्वर्य की प्राप्ति नहीं हो पाती है।
हथेली का शुक्र पर्वत पर चिन्ह
शुक्र के पर्वत पर बहुत सारी रेखाएं मन को परेशान करती हैं
शुक्र के पर्वत पर जाल हो तो व्यक्ति अभाव में जीता है, कभी कभी व्यक्ति के प्रयास के बावजूद उसे सुख सम्पन्नता नहीं मिलती।
शुक्र के पर्वत पर तिल हो तो अपयश की संभावना बनती है।
इस पर्वत पर क्रॉस हो तो व्यक्ति की योजनाएं गड़बड़ हो जाती है।
व्यक्ति को विपरीत लिंग से समस्या हो जाती है।
इस पर्वत पर वर्ग हो तो जेल यात्रा के योग बनते है।
यदि शुक्र का झुकाव मणिबंध की ओर हो तो व्यक्ति यात्रा का शौक़ीन होता है।
(वास्तु अंकित 8789364798)
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